Indira Gandhi ne kyon ki thi Emergency ki Ghoshna
Indira Gandhi ne kyon ki thi Emergency ki Ghoshna – आज हम आपको इंदिरा गाँधी ने क्यों की थी इमरजेंसी की घोषणा उसकी जानकारी देने जा रहे है।
इंदिरा गाँधी ने क्यों की थी इमरजेंसी की घोषणा ?
1971 के चुनाव में इंदिरा गांधी से हारने वाले राज नारायण ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में केस दायर किया। इंदिरा पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप था। पहली बार कोई प्रधानमंत्री देश की अदालत के भीतर कटघरे में थी। 12 जून 1975 को जस्टिस जगमोहनलाल सिन्हा ने इंदिरा को दोषी करार दिया। हालांकि 24 जून को सुप्रीम कोर्ट ने शर्तो के साथ इस फैसले पर स्टे लगा दिया और इंदिरा को पीएम बने रहने की इजाजत दे दी मगर विपक्ष कुछ सुनने को तैयार नहीं था। इंदिरा गांधी के विरोध का ऐसा दौर शुरू हुआ जो 25 जून 1975 को अपने चरम पर पहुंच गया।कोर्ट के फैसले के बाद, ‘लोकनायक’ जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा से गद्दी छोड़ने को कहा। जेपी ने इंदिरा से कुर्सी छोड़ने को कहा।वो रैली इतनी विशाल थी कि उसकी गूंज प्रधानमंत्री आवास तक पहुंच रही थी। यह रैली रात 9 बजे खत्म हुई, तबतक इंदिरा समझ चुकी थीं कि माहौल उनके खिलाफ हो चुका है। कोई और रास्ता न देख मजबूरी में उन्होंने आपातकाल लगाने का फैसला किया। आधी रात से थोड़ी देर पहले, राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने देश में आपतकाल की घोषणा की। 26 जून की सुबह इंदिरा ने रेडियो पर आपातकाल की जानकारी दी।
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