विभव किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं ? – Vibhav Kise Kehte Hai Yeh Kitne Prakar Ke Hote Hai

Vibhav Kise Kehte Hai Yeh Kitne Prakar Ke Hote Hai

Vibhav Kise Kehte Hai Yeh Kitne Prakar Ke Hote Hai -आज हम आपको विभव किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं जानकारी देने जा रहे है।

विभव किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?

विभाव वजह या कारण या प्रेरणा होता है। उसे इसीलिए विभाव कहते हैं क्योंकि यह वचन शरीर, इशारों और मानसिक भावनाओं का विवरण करते हैं। विभाव दो प्रकार का होता हे :

आलंबन विभाव या मौलिक निर्धारक
उद्दीपन विभाव या उत्तेजक निर्धारक

आलंबन विभाव – यह भाव की निर्माण का मुख्य कारण होता है। जब भाव एक आदमी या वस्तु या कर्म की वजह से आकार लेता हे उसे आलंबन विभाव कहते हैं। (उदाहरण: जब प्रिय मित्र को देखने के बाद आनन्द मिलता है)

उद्दीपन विभाव – जब किसी वस्तु भावना को उत्तेजित करता हे जैसे गुण, कार्रवाई, सजावट, वातावरण आदि
अनुभाव

जिसका उद्भव वाक्य और अंगाभिनय से होता हैं, उसे अनुभाव कहते हैं। यह विभाव का परिणामी है। यह एक व्यक्ति द्वारा महसूस अभिव्यक्ति भावनात्मक भावनाएं हैं। विभाव के तीन अंग होते हैं कायिक, वाचिक एवम मानसिक।

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